Sunday, July 2, 2017

वजन बढाये

दौड भाग से भरे जीवन में हर व्यक्ति पतला होना चाहता है किन्तु जिनका वजन बहुत कम है वे लोग मोटे होना चाहते है और मोटे होने के लिए लगातार प्रयास करते रहते है. लेकिन सिर्फ मोटा होना जरूरी नही है, मोटे होने के साथ साथ आपका फिट रहना ज्यादा जरूरी होता है. कुछ ऐसे भी लोग होते है जो अपने वजन को बढ़ाने के लिए छोटे रास्तो को अपनाने लगते है जिनका उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है और जो उनके शरीर के लिए नुकसानदेह भी साबित होता है.


वजन बढ़ाने के लिए आपको एक संतुलित आहार की जरूरत होती है जिसे आप अपने प्रतिदिन की आहार की तालिका में जोड़ कर आराम से वजन बढ़ा सकते हो. आप अपनी आहार तालिका / डायट चार्ट में विटामिन, मिनरल, वशा, प्रोटीन, कार्बोहायड्रेट आदि सभी जरूरी पोषक तत्वों को जोड़ कर अपने शरीर का वजन बड़ा सकते हो. इसके आलावा अपने शरीर को फिट रखने के लिए आप प्रतिदिन व्यायाम करें और जंक फ़ूड, तले हुए खाने को बिलकुल अपने आहार में शामिल न करें क्योकि इनसे आपके शरीर मे साइड इफ़ेक्ट हो सकते है. 

वजन न बढ़ने के कारण :

-    भूख की कमी वजन न बढ़ने का सबसे बड़ा कारण होती है.


-    इसके आलावा आपके स्वास्थ्य का बिगड़ना भी आपके शरीर के वजन को बढ़ने से रोकता है.


-    कुछ लोग मानते है कि वजन का न बढ़ना वंशानुगत भी हो सकता है. 



वजन बढ़ाने के तरीके :

वजन बढ़ाने के 2 तरीके होते है –

-    आप जिम में जायें और वहां आप किसी प्रोफेशनल ट्रेनर की सहायता से अपनी मांस पेशियों की संरचना को बढायें.


-    आप अपने शरीर में वशा को बढ़ा लें, जिससे आपके शरीर में मोटापा आता है और उसके साथ आप प्रतिदिन व्यायाम करके उसे संतुलित भी रख सके हो. 


वजन बढ़ाने के उपाय :

·         आमतौर पर लोग दिन में 2 से 3 बार खाना खाते है किन्तु आप अपने वजन को बढ़ाने के लिए दिन में कम से कम 5 बार थोडा थोडा करके खाना जरुर खाएं. साथ ही आप बीच बीच में थोड़े थोड़े स्नैक्स भी ले सके हो. 


·         साथ ही आपको नाश्ते में 2 कचे अंडे और लंच में 2 उबले हुए अंडे जरुर खाने चाहियें क्योकि अंडे प्रोटीन से भरे हुए होते है.


·         इसके अलावा आप अपने शरीर की कैलरी को बढ़ाने के लिए सेब, पनीर, आलू की चिप्स, पिज़्ज़ा का इस्तेमाल कर सकते हो. आप इस बात को ध्यान में रखे कि आप प्रतिदिन अपने द्वारा बर्न की गई कैलरी से 300 से 400 कैलरी ज्यादा लें. 


·         आप स्वास्थ्य वर्धक आहार का सेवन करें. आप कोल्ड ड्रिंक या सोडा आदि की जगह दूध का इस्तेमाल करे और हरी सब्जियों का सेवन करें.


·         हमेशा ताजा भोजन करें और जंक फ़ूड से दूर रहे क्योकि फ़ास्ट फ़ूड को पचाना आसान नही होता, उसमे आपकी बहुत सी कैलरी खर्च हो जाती है. 


·         अपने शरीर में पानी की कमी को भी न होने दें. इसके लिए आप पानी के साथ साथ जुस का इस्तेमाल भी कर सकते हो. 


·         आप अपने वजन को बढ़ाने के लिए पौष्टिक भोजन का सेवन करे ताकि आपके शरीर में वशा की मात्रा बढ़ सकते. 


·         आप नाश्ते में बादाम, नट आदि ड्राई फ्रूट का भी इस्तेमाल करें. 


·         रात को देरी से खाना खायें और खाना खाने के बाद कुछ देर तक टहलें.


·         इसके अलावा आपको रोज कम से कम 1 घंटा व्यायाम जरुर करना चाहिए, साथ ही आप योग का भी प्रतिदिन अभ्यास करते रहें.


·         साथ ही आप ध्यान रखे कि आप खाना खाने से पहले और खाना खाते समय कभी पानी को न पियें.


·         वजन बढ़ाने के लिए आराम करना भी बहुत जरुरी होता है ताकि आप अपने कैलरी को बचा सकें.

·         अगर आप कॉफ़ी पिते हो तो आप अपनी कॉफ़ी में थोड़ी क्रीम को मिला कर पियें. 

Saturday, May 13, 2017

चुकन्दर के फायदे!

चुकंदर को कैसे खाना चाहिए?

आमतौर पर लोग चुकंदर को  कच्चे सलाद के  रूप में खाना ज्यादा पसंद करते हैं. इसे सलाद में जैसे मूली, गाजर, प्याज, टमाटर आदि के साथ शामिल कर खाया जाता है.  इसे उबालकर खाने का भी चलन है। दक्षिण भारत में इसे उबालकर भी खाया जाता है।
हालांकि उबालने पर इसके  कुछ तत्व नष्ट हो जाते हैं । इसलिए कच्चा खाना ज्यादा अच्छा माना जाता है। चुकंदर का जूस भी पिया जाता है। बुजुर्ग या बच्चों को  चुकंदर का जूस ही देना चाहिए। इसके  अलावा भारत में चुकंदर की सब्जी बनाकर खाने का भी चलन है। इसकी सब्जी बनाने में कोई अतिरिक्त विधि अपनाने की जरूरत नहीं है। बस जैसे आलू या गाजर की सब्जी बनाई जाती है, उसी तरह से चुकंदर की सब्जी बनाकर खाई जा सकती है ।

 1) ब्लड शुगर लेवल कम करता है
चुकन्दर नाइट्रेट्स (nitrates) का एक अच्छा स्रोत है, इसका सेवन किए जाने पर ये नाइट्राइट्स (nitrites) और एक गैस नाइट्रिक ऑक्साइड्स (nitric oxides) में बदल जाता है। ये दोनों तत्व धमनियों को चौड़ा करने और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। शोधकर्ताओं ने ये भी पाया है कि हर रोज़ 500 ग्राम चुकन्दर खाने से लगभग 6 घंटे में व्यक्ति का ब्लड प्रेशर घट जाता है।

2) ख़राब कोलेस्ट्रॉल कम करता है
चुकन्दर में काफी मात्रा में फाइबर, फ्लेवेनॉइड्स (flavanoids) और बेटासायनिन(betacyanin) होता है। बेटासायनिन की वजह से ही चुकन्दर का रंग लाल-बैंगनी होता है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का ऑक्सीकरण कम करने में मदद करता है जिसकी वजह से यह धमनियों में नहीं जमता। इससे दिल के दौरे का जोखिम कम हो जाता है।

3) गर्भवती महिलाओं और भ्रूण के लिए फायदेमंद
चुकन्दर में उच्च मात्रा में फॉलिक एसिड पाया जाता है। यह पोषक तत्व गर्भवती महिलाओं और उनके अजन्म बच्चों के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इससे अजन्म बच्चे का मेरुदंड बनने में मदद मिलती है। चुकन्दर गर्भवती महिलाओं को अतिरिक्त ऊर्जा देता है।

4) आस्टिओपरोसिस से बचाव
चुकन्दर में मिनरल सिलिका (silica) मौजूद होता है। इस तत्व की वजह से शरीर कैल्शियम को प्रभावी रूप से इस्तेमाल कर पाता है। कैल्शियम हमारे दांतों और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। इसलिए दिन में एक ग्लास चुकन्दर का जूस पीने से आप आस्टिओपरोसिस और हड्डियों व दांतों की दूसरी समस्याओं से बचे रह सकते हैं।

5) डायबिटीज़ पर नियंत्रण
जिन लोगों को डायबिटीज़ होती है वो चुकन्दर खाकर अपने मीठे की तलब मिटा सकते हैं। इसको खाने का फायदा ये होता है कि मीठे की तलब पूरी होने पर भी ये आपका ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ाता क्योंकि ये ग्लाइसेमिक इंडेक्स वेजिटेबल (glycaemic index vegetable) है। इसका अर्थ ये है कि ये खून में बहुत धीरे-धीरे शुगर रिलीज़ करती है। इसमें बहुत कम कैलोरी होती है और इसका फैट-फ्री होना भी इसे डायबिटीज़ के मरीजों के लिए परफेक्ट वेजिटेबल बनाता है।

6) एनीमिया से लड़ता है
ये एक मिथक है कि रंग में लाल होने के कारण चुकन्दर खून की कमी को मिटाने में मदद करता है, और इस वजह से ये एनीमिया में जरूर खाना चाहिए। हालांकि इस मिथक में आधा सच भी छिपा है। चुकन्दर में बहुत अधिक आयरन होता है और आयरन की मदद से हीमाग्लूटनिन (haemagglutinin) बनता है, जो कि रक्त का ही एक ऐसा हिस्सा होता है जो ऑक्सीजन और बहुत से पोषक तत्वों को शरीर के दूसरे अंगों तक पहुंचाने में मदद करता है। चुकन्दर के यही आयरन तत्व एनीमिया से लड़ने में मदद करते हैं।

7) थकान दूर करता है
अमेरिकन डायबिटिक्स असोसिएशन की एक कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत किए गए एक अध्ययन में ये बात कही गई है कि चुकन्दर एनर्जी को बढ़ाता है। इसके नाइट्रेट तत्व धमनियों का विस्तार करने में मदद करते हैं जिससे कि शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन ठीक प्रकार से पहुंच पाती है और इससे शरीर में एनर्जी बढ़ती है। इसके अलावा, चुकन्दर में आयरन बोता है जो कि स्टैमिना बढ़ाने का काम करता है।


8) सेक्शुअल हेल्थ और स्टैमिना बढ़ाने वाला
चुकन्दर को नेचुरल वियाग्रा भी कहा जाता है। पुराने ज़माने में इसका इस्तेमाल यौन स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। चुकन्दर नाइट्रिक ऑक्साइड रिलीज़ करता है जिससे कि रक्त वाहिनियों का विस्तार होता है और जेनेटल्स में खून का दौरा बढ़ता है। इसके अलावा, चुकन्दर में बहुत अधिक मात्रा में एक केमिकल बोरॉन (boron) पाया जाता है जो कि ह्यूमन सेक्स हार्मोन के निर्माण में मददगार होता है। इसलिए अगर अगली बार वियाग्रा लेने का सोचें तो पहले चुकन्दर ट्राई कर लें।

9) कैंसर में फायदेमंद
चुकन्दर का बेटासायनिन(betacyanin) तत्व एक और बहुत ज़रूरी काम करता है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन में ये पाया गया कि जिन लोगों को ब्रेस्ट या प्रोस्टेट कैंसर होता है, वो अगर चुकन्दर खाए तो उनके ट्यूमर बढ़ने की गति 12.5% कम हो जाती है। जिन लोगों को ये खतरनाक बीमारी नहीं है उनके चुकन्दर खाने से इसका जोखिम कम हो जाता है।

10) कब्ज़ से राहत
चुकन्दर में फाइबर पाया जाता है, इस वजह से ये एक रेचक औषधि के रूप में काम करता है। इससे स्टूल नरम हो जाता है। साथ ही पेट से सारे टॉक्सिन्स निकल जाते हैं।

11) दिमाग तेज़ करता है
चुकन्दर का जूस पीने से व्यक्ति का स्टैमिना 16 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। ऐसा इसके नाइट्रेट तत्व के कारण होता है। शरीर में ऑक्सीजन बढ़ने से मस्तिष्क भी ठीक प्रकार से अपना काम कर पाता है। चुकन्दर खाकर आप डिमेंशिया तक में राहत पा सकते हैं।

100g. Chukandar me paya jata he-
कार्बोहाइड्रेट (9.96 ग्राम), चीनी (7.96 ग्राम), फाइबर (2.0 ग्राम), वसा या फैट (0.18 ग्राम), प्रोटीन (1.68 ग्राम), विटामिन बी1 (0.031 मिलीग्राम), विटामिन बी2 (0.027 मिलीग्राम), विटामिन बी3 (0.331 मिलीग्राम), विटामिन बी5 (0.145 मिलीग्राम), विटामिन बी6 (0.067 मिलीग्राम), विटामिन सी (3.6 मिलीग्राम), कैल्शियम (16 मिलीग्राम), लौह तत्व (0.79 मिलीग्राम), मैगनीशियम (23 मिलीग्राम), फास्फोरस (38 मिलीग्राम), पोटेशियम (305 मिलीग्राम), सोडियम (77 मिलीग्राम), और जिंक (0.35 मिलीग्राम) पाया जाता है.

Sunday, March 26, 2017

Chand Nuskhe


1. कटे हुए सेब पर नींबू का रस लगाने से सेब काला नही पड़ेगा.
2. नींबू को गर्म पानी में थोड़ी देर के लिए छोड़ देने के बाद फिर उसे काटने से नींबू से ज्यादा रस निकलता हैं.
3. 1 माह में 1 बार Mixer में नमक डाल कर चला देने से Mixer के Bled तेज हो जाते हैं.
4. दही को जल्दी और अच्छी जमाने के लिए रात को जमाते वक्त दूध में हरी मिर्च का डंठल तोड़ कर डाल दे. दही जबरदस्त जमेगी. एक हजार बार आजमाया हुआ हैं. 
5. प्याज को काट कर बल्ब या ट्यूब लाईट के साथ बाँधने से मच्छर व छिपकिली नही आते.
6. यदि फ्रिज में कोई भी खुशबू या बदबू आती हैं, तो आधा कटा हुआ नींबू रखने से ख़त्म हो जायेगी.
7. अगर सब्जी में नमक ज्यादा हो गया हो तो आटे को गूंथ कर उसके छोटे – छोटे पेड़े (लोइयां) बना कर डाल दे. नमक कम हो जायेगा.
8. चावल के उबलने के समय 2 बूँद नींबू के रस की डाल दे चावल खिल जायेंगे और चिपकेंगे नही.
9. चीनी के डब्बे में 3 या 4 लौंग डालने से चींटी नहीं आती.
10. बरसात के दिनों में अक्सर नमक सूखा नही रह पाता वह सिल (गीला-गीला सा) जाता हैं आप नमक की डिबिया में 7-8 चावल के दाने डाल दें तब उसमें बहुत कम सीलापन आता हैं.
11. मेथी की कड़वाहट हटाने के लिये थोड़ा-सा नमक डालकर उसे थोड़ी देर के लिये अलग रख दें.
12. आटा गूंधते समय पानी के साथ थोड़ा सा दूध मिलाये, फिर देखिये रोटी और पराठे का स्वाद.
13. लहसुन को हल्का-सा गर्म करने से उसका छिलका जल्दी उतरता हैं.
14. भिन्डी की सब्जी बनाते समय उसमें एक चम्मच दही डालने से सब्जी में चिकनापन कम हो जाएगा.
15. मिर्च के डिब्बे में थोड़ी-सी हींग डालने से मिर्च लम्बे समय तक खराब नही होती.
16. नूडल्स उबालने के बाद अगर उसमें थोड़ा ठंडा पानी डाल दिया जाये तो वह आपस में चिपकेंगे नही.
17. जल जाने पर जले हुए स्थान पर केला मसलकर लगा लें. फफोले नहीं बनेंगे.
18. तरी वाली सब्जी मे पानी ज्यादा हो गया हो तो सूखी ब्रेड का चूरा या बेसन भून कर डाल दे.
19. रोटी सेंकने के बाद रोटी खड़ी रखिए, उसकी भाप नहीं निकलेगी और वह देर तक करारी बनी रहेगी.
20. शरीर में अगर कहीं चोट लग जाए या कट जाए और डाक्टर तक पहुचने में देर लगे तो तुरंत खून निकलने वाली जगह पर चुटकी भर चाय पत्ती डालें फिर उस स्थान पर रुई रखें और जोर से दबाए रखे चाय पत्ती में टेनिन होने के कारण खून नहीं जमता हैं.
4. दही को जल्दी और अच्छी जमाने के लिए रात को जमाते वक्त दूध में हरी मिर्च का डंठल तोड़ कर डाल दे. दही जबरदस्त जमेगी. एक हजार बार आजमाया हुआ हैं. 
5. प्याज को काट कर बल्ब या ट्यूब लाईट के साथ बाँधने से मच्छर व छिपकिली नही आते.
6. यदि फ्रिज में कोई भी खुशबू या बदबू आती हैं, तो आधा कटा हुआ नींबू रखने से ख़त्म हो जायेगी.
7. अगर सब्जी में नमक ज्यादा हो गया हो तो आटे को गूंथ कर उसके छोटे – छोटे पेड़े (लोइयां) बना कर डाल दे. नमक कम हो जायेगा.
8. चावल के उबलने के समय 2 बूँद नींबू के रस की डाल दे चावल खिल जायेंगे और चिपकेंगे नही.

Sunday, March 12, 2017

Diabetes (sugar) ka ilaj, Aam ke patto se

मधुमेह यानि डाइबिटीज Diabetes को कौन नहीं जानता. पेशाब के साथ चीनी जैसा मीठा पदार्थ निकलना मधुमेह कहलाता है | यह  एक गंभीर बीमारी है जिसे धीमी मौत (साइलेंट किलर – Silent Killer ) भी कहा जाता है। संसार भर में मधुमेह रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है विशेष रूप से भारत में। इस  बीमारी में रक्त में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक बढ़ जाता है  तथा रक्त की कोशिकाएं इस शर्करा को उपयोग  नहीं कर पाती। यदि यह ग्लूकोज  का बढ़ा हुआ लेवल खून में लगातार बना रहे तो शरीर के अंग प्रत्यंगों को नुकसान  पहुँचाना शुरू कर देता  है।
डाइबिटीज के मुख्य कारण : Causes of Diabetes

  • शारीरिक ब्यायाम नहीं करना
  • मोटापा
  • जरूरत से अधिक भोजन करना
  • खराब जीवन शैली
डाइबिटीज के मुख्य लक्षण : Symptems of Diabetes
  • बहुत ज्यादा भूख और प्यास लगना
  • बार बार पेशाब जाना
  • घाव नहीं भरना
  • त्वचा का सूखना

आज हम मधुमेह के मरीजों के लिए एक आसान पर चमत्कारी घरेलू नुख्सा लेकर आये है | यह उपाए बेहद आसान है इसमें इस्तेमाल होने वाली औषधि विटामिन , मिनरल और कई और गुणों से भरपूर है जो आपको मधुमेह के साथ साथ कई और भी लाभ प्रदान करेगी | इस्तेमाल होने वाली औषधि का नाम है ‘आम के पत्ते’|

Mango Leaves Can Treat Diabetes

विधि / इस्तेमाल
  • पहले आम की 10-15 कोमल पत्तियां लेकर उनेह पानी के साथ किसी बाउल – Bowl में डाल कर उबलने के लिए आग पर रखिये |
  • जब वे उबल जाए तो इस मिश्रण को सारी रात के लिए ऐसे ही छोड़ दें |
  • दूसरी सुबहे इस मिश्रण को पुन लीजिये |
रोजाना खाली पेट इस मिश्रण का सेवन करने से 2-3 महीनों के भीतर नतीजे आपके सामने आ जायेगे |

Friday, February 10, 2017

सिर्फ 1 बड़ी इलाइची खाने के अद्भुत फायदे जिसकी आपने कभी कल्पना नही की होगी, जरूर पढ़े और शेयर करे

➡ बड़ी या काली इलायची (Black Cardamom) :
  • बड़ी या काली इलायची खाने के बड़े ही फायदे हैं। भारत में हज़ारो सालो से इलायची का उपयोग मसालो के रूप में किया जा रहा हैं. इलायची 2 तरह की होती हैं बड़ी और छोटी. छोटी इलायची मीठे पकवानो का स्वाद बढ़ाने का काम करती हैं. वही बड़ी इलायची नमकीन पकवानो के स्वाद को दुगुना करती हैं। बड़ी इलायची को काली इलायची, भूरी इलायची, लाल इलायची , Black Cardamom, लाल इलायची, नेपाली इलायची या बंगाली इलायची भी कहते हैं, इस के बहुत ही ज़्यादा फायदे हैं. इसके बीजो से कपूर जैसी सुगंध आती हैं।  
  • बड़ी इलायची का वनस्पतिक नाम "Amomum subulatum” और “Amomum costatum” हैं. आयुर्वेद और यूनानी उपचार में इसके बीजो के लगभग वे ही गुण बताए गये हैं, जो छोटी इलायची में होते हैं। बड़ी इलायची छोटी इलायची से थोड़ी कम स्वादिष्ट होती हैं। यह आमतौर पर नमकीनी पकवानो में उपयोग की जाती हैं। भारत में यह सबसे ज़्यादा पैदा होती हैं। बड़ी इलायची खास करके के साउथ इंडिया में केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में ज़्यादा उगाई जाती हैं। भारत में पैदा की जाने वाली यह बड़ी इलायची सिर्फ़ एक मसाला भर नही हैं, बल्कि यह एक बढ़िया औषधि भी हैं। इसके इन्ही गुणों के कारण इसे मसालो की रानी भी कहा जाता हैं।



➡ बड़ी इलायची के 26 अद्भुत फायदे (26 Amazing Benefits of Black Cardamom) :
  1. बड़ी इलायची खाने से आपको कभी सांस की बीमारी नहीं होगी। अगर आपको अस्थमा, लंग में कोई भी इंफेक्शन है तो बड़ी इलायची का सेवन करने से ठीक हो सकती है। सर्दी खासी में भी इसको खाने से आप फिट हमेशा रहेंगे।
  2. आपके बॉडी से खराब और जहरीली चीजों को निकाल बाहर करने में मदद करता है यह बड़ी इलायची। बॉडी में यूं तो कई बार कुछ पदार्थ जमा हो जाते हैं जिससे निकाल बाहर करना बहुत जरूरी हो जाता है। ऐसे में बड़ी इलायची बहुत उपयोगी होता है।
  3. अक्सर कुछ लोगों के मुंह से बदबू आने की शिकायत रहती है। उन्हें इस समस्या में बड़ी इलायची को चबाना चहिए। यह ना सिर्फ मुंह के बदबू या यूं कहें गंदी स्मेल को दूर करने का काम करती है बल्कि मुंह के अंदर होने वाली कोई भी इनफेक्शन या घावो को ठीक भी करने का काम करती है।
  4. क्या आपको हमेशा सिर में दर्द होने की शिकायत रहती है.
  5. तो ऐसे में आप बड़ी इलायची के ऑइल से अपने सिर का मसाज करिए और असर दिखेगा। आपके सिर का दर्द जल्दी ही ठीक हो जाएगा।
  6. बड़ी इलायची से केंसर जैसी बड़ी बीमारियां भी दूर रहती है। बड़ी इलायची सिर्फ नाम में ही बड़ी नहीं बल्कि इसके गुण भी बड़े-बड़े हैं। बड़ी इलायची को खाना शुरू कर दें ताकि आप खमेशा हेल्दी और खुश रहें। 
  7. पाचन दुरुस्त करती हैं : बड़ी इलायची का सेवन Gastrointestinal system के लिए खास करके फायदेमंद होता हैं. इसका शरीर के हाज़मे पर बहुत ही अच्छा असर होता हैं. इसके सेवन से एसिडिटी की समस्या से छुटकारा मिलता हैं. इसके नियमित सेवन से गैस्ट्रिक अल्सर और दूसरी पाचन संबंधी बीमारियो का ख़तरा काफ़ी कम हो जाता हैं।
  8. फेफड़े से रिलेटेड बीमारियो में लाभदायक : बड़ी इलायची दमा के रोगियो और साँस संबंधित बीमारियो से जूझ रहे लोगो के लिए खास करके के फायदेमंद हैं. इसके नियमित सेवन से अस्थमा, कुकुर खाँसी, फेफड़े का सिकूड़ना, फेफड़े की सूजन और तपेदिक (टीबी) आदि रोगो से छुटकारा पाया जा सकता हैं।
  9. गुर्दे की बीमारी दूर करता हैं : बड़ी इलायची को यूरिनरी हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता हैं. यह एक बेहतरीन डाइयुरेटिक भी हैं. इसके सेवन से ना सिर्फ़ यूरिनेशन सही रहता हैं, बल्कि किडनी से रिलेटेड बीमारिया भी दूर रहती हैं।
  10. एंटी-ऑक्सिडेंट्स से भरपूर : बड़ी एलाईच एंटी-ऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता हैं. इसमे दो तरह के एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं, लेकिन खास तौर पर एंटी-कैंसर एंटी-ऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं. यह ब्रेस्ट, कोलन और ओवेरियन कैंसर को रोकता हैं. इससे कैंसर सेल का निर्माण और विकास रुक जाता हैं।
  11. बालों को मजबूत बनाता हैं : बड़ी इलायची के सेवन से बाल काले, घने और मजबूत बन जाते हैं. इसमे मौज़ूद तत्वो के कारण बालो को पोषण मिलता हैं. बड़ी इलायची बालो को मजबूत बनाती हैं।
  12. ज़हरीले तत्वो को बाहर निकालता हैं : बड़ी इलायची एक बेहतरीन डेटोक्स का भी काम करती हैं. यह शरीर से विषैले (ज़हरीले) तत्वो को बाहर निकाल कर शरीर को सेहतमंद बनाती हैं।
  13. स्किन को ग्लोयिंग बनाता हैं : बड़ी इलायची के नियमित सेवन से स्किन चमकने लगती हैं. स्किन एलर्जी की समस्या में बड़ी इलायची अपने एंटी-बैक्टीरियल गुणों के कारण नेचुरल रेमेडी की तरह काम करती हैं। 
  14. दर्द में रामबाण : बड़ी इलायची में दर्द को दूर करने की अनोखी क्षमता पाई जाती हैं. विशेषकर, सिरदर्द में तो यह रामबाण की तरह काम करती हैं. इससे तैयार किए जाने वाले खुसबूदार तेल का इस्तेमाल करने से सिरदर्द, टेंशन और थकान जैसी समस्याएँ दूर हो जाती हैं।
  15. रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं : बड़ी इलायची में एंटी-सेपटिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं. इसमे 14 तरह के बैक्टीरिया को ख़त्म करने की शक्ति होती हैं. इसे खाने से बैक्टीरियल और वायरल इन्फेक्शन से बचाव होता हैं।
  16. ब्लड प्रेशर के रोगियो के लिए फायदेमंद : बड़ी इलायची दिल के मरीज़ो के लिए काफ़ी फायदेमंद हैं. इससे ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता हैं. अगर आप नियमित रूप से बड़ी इलायची का सेवन करेंगे तो आपका दिल हेल्दी रहेगा. यह खून के जमने की संभावना को भी काफ़ी हद तक कम कर देता हैं।
  17. खून के प्रवाह को बेहतर बनाता हैं : बड़ी इलायची में विटामिन सी और ज़रूरी खनीज़ भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसके नियमित सेवन से रक्त का प्रवाह बेहतर होता हैं और शरीर सेहतमंद बना रहता हैं।
  18. दांतो की समस्या में रामबाण : बड़ी इलायची के सेवन से दांतो और मसूड़ो के इन्फेक्शन से छुटकारा पाया जा सकता हैं. साथ ही सांसो की बदबू भी दूर होती हैं।
  19. बड़ी इलायची को पीसकर मस्तिष्क पर लेप करने से एवं बीजों को पीसकर सूंघने से सिर का दर्द ठीक हो जाता है। 
  20. बड़ी इलायची को पीसकर शहद में मिलाकर छालों पर लगाने से छाले ठीक हो जाते हैं।
  21. यदि दांत में दर्द हो रहा हो तो बड़ी इलायची और लौंग के तेल को बराबर-बराबर मात्रा में लेकर पीड़ायुक्त दांत पर लगाएं ,दर्द में शांति मिलेगी।
  22. यदि अधिक थूक या लार आती हो तो बड़ी इलायची और सुपारी को बराबर-बराबर पीसकर, 1-2 ग्राम की मात्रा में लेकर चूसते रहने से यह कष्ट दूर हो जाता है।
  23. पांच से दस बूँद बड़ी इलायची तेल में मिश्री मिलाकर नियमित सेवन करने से दमा में लाभ होता है।
  24. दो ग्राम सौंफ के साथ बड़ी इलायची के 8-10 बीजों का सेवन करने से पाचन शक्ति बढ़ती है।
  25. एक ग्राम बड़ी इलायची बीज चूर्ण को दस ग्राम बेलगिरी के साथ मिलाकर प्रातः सायं सेवन करने से दस्तों में लाभ होता है। 
  26. पिसी हुई राई के साथ बड़ी इलायची चूर्ण मिलाकर 2-3 ग्राम की मात्रा में नियमित सेवन करने से लीवर सम्बंधित रोगों में लाभ होता है।
  27. एक से दो बड़ी इलायची के चूर्ण को दिन में तीन बार नियमित सेवन करने से शरीर का दर्द ठीक होता है।

चश्मा हटाने का उपचार पढ़े –

आज के युग में जो बच्चा अभी सही बोलना नहीं जानता उसके भी चश्मा चढ जाता है क्योकि उनपर पढाई का फ्रेशर इतना ज्यादा होता है की उनकी आँखे कमजोर हो जाती है और डॉक्टर्स उनके चश्मा लगवा देते है |
पर आज भी इस युग में भी आयुर्वेदिक उपाय चश्मा भी उतरवा देते है , जी हाँ ऐसे अनेक उपाय है जो चश्मा कभी लगने भी नहीं देते है , बहुत लोगो को परेशानी होती है चश्मे से क्योकि वो समझते है की उनकी खूबसूरती के बिच उनका चश्मा आ जाता है , और वो चश्मा से छुटकारा पाने के लिए बहुत से उपाय करते है पर कहते है ना अगर सही उपाय ना किया जाए तो कभी भी किसी भी रोग का निवारण नहीं होता है |
हम आज आपको ऐसे ही उपाए बतायेगे जिनसे आपकी आँखों से चश्मा हमेशा के लिए हट जायेगा –
नेत्र – ज्योतिवर्धक उपचार –
इस उपचार के लिए कुछ पदार्थो की जरूरत होती है जो इस प्रकार है –
बादाम गिरी , मिश्री और सोंफ़ को अच्छी तरह से किसी कुजा में तीनो को बराबर बराबर कूट पीसकर बारीक़ चूर्ण की तरह बना दे और किसी भी बरनत में डाले अगर काँच का है तो और भी अच्छा है और इस मिश्रण को आप प्रतिदिन 10 ग्राम की मात्र में 250 ग्राम दूध के साथ 40 दिन तक लोगे तो आपकी चश्मा भी हट जायेगी और आपकी दृष्टि भी पहले से बहुत ज्यादा तेज हो जायेगी |
ध्यान रखें
अगर इस चूर्ण का सेवंन आप किसी बच्चे को करवा रहे है तो चूर्ण के सेवन के दो घटे बाद तक पानी ना पिलायें ना पिने दें . आँखों की रौशनी के साथ यादासत भी बढ़ेगी |
अगर कुजा मिश्री ना मिले तो आप साधारण मिश्री का भी प्रयोग कर सकते है ,क्योकि कुजा मिश्री मिटटी के बरनत या कुजे की साहयता से एक विशेष तरीके से बनाई जाती है |

उपचार –
ठंडा पानी मुहं भरकर आँखों पर छीटें लगाने से भी आँखों की रौशनी तेज होती है ऐसा दिन में 3 बार करने से जल्दी फायेदा होता है |
सरसों के तेल से पैर और पैर के तलवों की मालिश करने से और सरसों के तेल को पानी में मिलाकर नाहाने से भी आँखों की रौशनी तेज होती है |
लाल सब्जी या लाल फल का सेवन करे जैसे गाजर , टमाटर आदि , दिन में दो बार इनका जूस पियें इससे आँखों की रौशनी बढती है |

Sunday, February 5, 2017

अमरूद खाने के फायदे

मरूद हमारे देश का एक प्रमुख फल है. हल्के हरे रंग का अमरूद खाने में मीठा होता है. इसके अंदर सौकड़ों की संख्या में छोटे-छोटे बीज होते हैं. अमरूद बेहद आसानी से मिल जाने वाला फल है. लोग घरों में भी इसका पेड़ लगाते हैं. पर बेहद सामान्य फल होने के कारण ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता है कि ये स्वास्थ्य के लिहाज से कितना फायदेमंद होता है.
अमरूद की तासीर ठंडी होती है. ये पेट की बहुत सी बीमारियों को दूर करने का रामबाण इलाज है. अमरूद के सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है. इसके बीजों का सेवन करना भी स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है. अमरूद में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा होती है जिससे अनेक बीमारियों में फायदा होता है.

1. अमरूद को काले नमक के साथ खाने से पाचन संबंधी समस्या दूर हो जाती है. पाचन क्रिया के लिए ये बेहतरीन फल है.
2. अगर आपके बच्चों के पेट में कीड़े पड़ गए हैं तो अमरूद का सेवन करना उनके लिए फायदेमंद होगा.
3. अमरूद की पत्त‍ियों को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर आंखों के नीचे लगाने से काले घेरे और सूजन कम हो जाती है.
5. अगर आपके मुंह से दुर्गंध आती है तो अमरूद की कोमल पत्त‍ियों को चबाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा. इसके अलावा इसे चबाने से दांतों का दर्द भी कम हो जाता है.
6. अगर किसी को पित्त की समस्या हो जाए तो उसके लिए भी अमरूद का सेवन करना फायदेमंद होता है. 

Saturday, January 28, 2017

शकरकंद और शकरकंद की पत्तियां है लाभकारी

लगभग हर कोई शकरकंद के स्‍वास्‍थ्‍य लाभों के बारे में जानते हैं, लेकिन क्‍या आपको शकरकंद के हीलिंग गुणों की जानकारी है, अगर नहीं तो आइए हम आपको बताते हैं।

शकरकंद के पत्‍तों के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ

1. सर्दियों में मिलने वाला शकरकंद आयरन, फोलेट, कॉपर, मैगनीशियम, विटामिन्‍स आदि से भरपूर होता हैं, जिससे इम्‍यून सिस्‍टम मजबूत बनता है, त्‍वचा में चमक आती है और चेहरे पर जल्‍दी झुर्रियां नहीं पड़ती। यह बात तो लगभग हर कोई जानता है लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि शकरकंद के पत्‍ते भी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। शकरकंद के पत्‍ते खाये जाते हैं कई जगहों पर स‍ब्‍जी या करी के रूप में बनाई जाती है। यह विटामिन बी, आयरन, कैल्शियम, जिंक, प्रोटीन और अन्‍य पत्‍तेदार सब्जियों की तुलना में ज्‍यादा नमी होती है। आइए शकरकंद के पत्‍तों के स्‍वास्‍थ्‍य लाभों के बारे में जानते हैं।

एंटी-ऑक्‍सीडेंट से भरपूर

2. कई शोधों के अनुसार अन्‍य पत्‍तेदार सब्जियों की तरह शकरकंद के पत्‍ते भी एंटीऑक्‍सीडेंट से भरपूर होते हैं- साथ ही इसमें मौजूद विटामिन सी फ्री रेडिकल्‍स से लड़ने में मदद करते है, इस तरह से आपको असमय बुढ़ापे और बीमारियों से लडने में मदद मिलती है।


डायबिटीज कंट्रोल करें
शकरकंद के पत्‍ते ब्‍लड शुगर को नियंत्रित कर, डायबिटीज रोगियों के लिए अच्‍छा माना जाता है। इसमें एफएबीएल (FIBL…)नामक तत्‍व पाया जाता है जो ब्‍लड शुगर के स्‍तर को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा एसिडिक ग्‍लाइकोप्रोटीन शकरकंद के पत्‍तों को एंटी-डायबिटिक बनता है जिससे यह प्राकृतिक रूप से  ब्‍लड शुगर को निय‍ंत्रित करते है।

पेट संबंधी समस्‍याओं में लाभकारी

शकरकंद के पत्‍तों में डाइटरी फाइबर और जलापिन नामक तत्‍व होता है जो पेट संबंधी समस्‍याओं को दूर करने में मदद करता है। जिससे कब्‍ज में राहत मिलती है और दस्‍त और मतली के लिए भी अद्भुत तरीके से काम करता है। इसके अलावा शकरकंद के पत्‍ते बुखार को कम कर सर्दी और फ्लू को दूर करने में मदद करते हैं।

ब्‍लड प्रेशर कंट्रोल करें

शकरकंद में मौजूद विटामिन, पोलीफेनॉलिक्स और एंथोसायनिन के कारण इसके पत्‍तों की सब्‍जी बनाकर खाने से ब्‍लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है साथ ही यह चिंता और तनाव को दूर करता है।

कैंसर से बचाव

शकरकंद के पत्‍तों में गंगलीओसिड नामक तत्‍व पाया जाता है जो एंटी-कार्सिनोजेन होता है और शरीर को कैंसर से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा शकरकंद में डाइटरी फाइबर इसे प्रभावी एंटीमाइक्रोबियल बनाता है और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण यह सूजन को दूर करने में मदद करता है। तो देर किस बात की आज से ही अपने आहार में शकरकंद के पत्‍तों को शामिल करें।

Saturday, January 21, 2017

ये चमत्कारी औषधि आप की खोई हुई सुनने की शक्ति दोबारा लौटा सकती है


बहुत सारे लोग जो सुन ने की शक्ति खो चुके थे उन्होंने अपने खाने में लहसुन लेना शुरू किया और उनको बहुत ही चोका देने वाले लहसुन के फायदे देखने को मिले | ऐसा माना जाता है के लहसुन सर्दी जुकाम को कम करता है , blood pressure को नियंत्रित करता है ,cholesterol को कम करता है और लम्बी आयु प्रदान करता है
और बहरेपन में लहसुन खून के बहाव को बड़ा कर और कान के उस हिसे को जो आवाज़ को सन्देश में बदल कर शरीर में केमिकल गतिविधि पैदा करता है को दोबारा ठीक कर के कान के सुनने की शक्ति को वापस लाने में मदद करता है

मिश्रण तयार करने के लिए ज़रूरी सामग्री

  • लहसुन की कुछ कलियाँ लें
  • एक बड़ा चमच जैतून का तेल
  • 15 ml प्याज़ का रस
  • एक ड्रापर (dropper)
  • थोड़ी सी रुई ( cotton balls)

तैयार करने की विधि

  • एक कप में जैतून का तेल डालें
  • लहसुन के कलिओं का रस निकल लें
  • दोनों चीजों को प्याज़ के रस में मिला लें
  • dropper की मदद से दोनों कानो में 3 से 4 बूँदें टपकाए
  • दोनों कानो को cotton balls से ढांप लें
बनाने में बहुत आसान इस मिश्रण के लाभ अनमोल हैं तो अगर आप बहरेपन से परेशान हैं तो आज ही इस औषधि को बनाए और इस्तेमाल करें और अपने दोस्तों और रिश्तेदारों भी इसके फायदों के बारे में बताए ता के वो भी इस का लाभ उठा सकें |
Pryog karne se pehle kisi Doctor ya Hakeem ki salha zarur len

Sunday, January 1, 2017

बालों को काला करने की प्राकृतिक डाई

आजकल एक गंभीर समस्या जन्म ले रही है वो है बालों का सफ़ेद होना, जो अब एक नार्मल बात हो चुकी है, अगर आपके कुछ बाल सफ़ेद हो गए तो आप उनको काला करने के लिए केमिकल युक्त डाई का उपयोग करेंगे जो की बालो के लिए नुक़सान दायक होती है जिसके प्रभाव से बचे हुए काले बाल भी सफ़ेद हो जाते है और झड़ने लगते है। आपको अब हर बार डाई करने पर विवस होना पड़ेगा क्योंकि आपके सफ़ेद बाल आपकी सुंदरता पर सफ़ेद ग्रहण लगा देते है, ऐसे में आयर्वेद आपकी मदद कर सकता है, आपके काले व घने बालों के लिये आवँले का पाउडर और निम्बू सबसे अच्छा रहेगा। क्योंकि यह सफ़ेद बाल को सिर्फ काला करेंगे वरन् उनको मजबूत और बाकी बाल को सफ़ेद होने से बचाएंगे, अब बात आती है 5₹ में प्राकतिक घरेलु डाई कैसे? आइये बताते है आप पतंजलि स्टोर से 20₹ का आंवले के पावडर का डिब्बा लाइये जो आपको 5-6 महीने तक काम आएगा और 2-3 ₹ का एक निम्बू मिल जाता है अगर एक बार इस प्राकृतिक डाई का औसत खर्च देखे तो मात्र 5₹ का व्यय होगा। यह बालों के लिये किस तरह से प्रयोग करना है, वो आज हम आपको बताएंगे।

बाल सफेद होने का कारण

बाल सफ़ेद होने के कई कारण है जैसे खूब ज्यादा तनाव लेना, सही पोषण ना मिलना, बहुत ज्यादा जंक फूड खाना, बहुत ज्यादा साबुन, शैंपू और तेल का प्रयोग करना। कुल मिलाकर हमारा मॉडर्न लाइफस्टाइल ही इसके लिए जिम्मेदार है.

सामग्रियां (Ingredients)

  • सामग्री : नींबू, आँवला पाउडर, साफ पानी।
  • विधि : नींबू के रस में, 2 चम्मच पानी और 4 चम्मच आँवला पाउडर मिला कर पेस्ट बनाइये। 1 घंटे के लिये रख दें और फिर प्रयोग करें।
  • प्रयोग : इस पेस्ट को 20-25 मिनट के लिये बालों और जड़ों में लगाएं और फिर सिर धो लें, लेकिन उस दिन शैंपू का प्रयोग ना करें।

कृपया ध्यान रखे

बालों को धोते वक्त ध्यान रखें कि यह आपकी आंखों में ना जाए। इस पेस्ट को हफ्ते में हर चौथे दिन प्रयोग करें। ऐसा करने से आपके सारे सफेद बाल एक ही महीने में काले होने लगेगें। अगर हो सके तो, आयुर्वेदिक तेल, शैंपू और साबुन का ही प्रयोग करें। बालों के लिये असली आँवले का तेल प्रयोग करें। > Copy Aayurved